योगदान देने वाला व्यक्ति

17 जनवरी 2015

( स्वयंसिद्ध)

"यह बच्चा कौन हैं जो सड़क पर झाड़ू लगा रहा हैं "
दोपहर में मुश्किल से आँख लगी थी कि झाडू की आवाज़ से खलल पड़ गया और मीना जोर से चिल्लाई 
माँ आपने राशन से गेंहू लाने को कहे थे न , मैं वोह लेकर आ रहा था वहीँ यह बच्चा भीख मांग रहा था मैंने कहा मेरे साथ घर चलो खाना खिला दूंगा पर पैसे नही दूंगा क्या पता पैसे लेकर क्या गलत आदत लगा बैठ'ता " सनी ने माँ को बताया
" पर यह अब झाड़ू क्यों लगा रहा हैं "
" माँ साइकिल से उतारते वक़्त थोडा गेहू गिर गया था "
" गलत बात ! आपको खुद एकत्र करना चाहिए था ,वोह बच्चा हैं | तुम इसको खाना खिलाने लाये हो, पर बदले में कुछ काम भी करा लिया इस'से इसके बालमन को लगेगा कही भी छोटा सा काम करो दोएक वक़्त का खाना खा लो ,खुद काम करके इसको सीख देते कि इंसान को सब काम खुद करने चाहिए अगर तुम चाहते हो यह आगे भीख न मांगे तो इसको शाम को मुफ्त शिक्षा दिया करो "
कहते हुए मीना बच्चे के लिय खाना लेने रसोई घर की तरफ चल दी और सनी भी माँ के कहे का चिंतन करने लगा

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